ग्रामीणों का आरोप नेटवर्क रहता है ठप प्राइवेट कंपनी दे रही घटिया नेटवर्क होती है खासी परेशानी
2जी नेटवर्क भी नहीं करता ठीक से काम, बात करने में होती परेशानी, बदहाल सेवा में सुधार की मांग
सतीश नायक
मड़ावरा (ललितपुर)|/ तहसील मड़ावरा के साढूमल गांव में मोबाइल नेटवर्क सेवा पूरी तरह ध्वस्त चल रही है। जिससे ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया कि मोबाइल फोन में नेटवर्क का आभाव होने के चलते ग्रामीणों को एक दूजे से सम्पर्क/बात करने के लिए ऊंचे गुम्मदों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मोबाइल फोन को संचार का सुगम साधन माना जाता है, जिसके माध्यम से व्यक्ति चन्द्र पलों में अपनी बात दूसरे तक आसानी से पहुंचा सकता है। तो वहीं इंटरनेट सेवा का आनंद लेते हुए कोई भी व्यक्ति देश-दुनियां की प्रत्येक जानकारी प्राप्त कर लेता है। किंतु जब फोन में नेटवर्क का अभाव हो और प्रति माह आप बड़ा खर्चा करके सिम रिचार्ज करा रहे हों, और आपको बेहतर नेटवर्क न मिल सके तो लाजमी है कि कोई भी उपभोक्ता अपने को ठगा हुआ महसूस करने लगेगा। ठीक यही माजरा साढूमल गांव का है। ग्रामीण बड़े चाव से प्रति माह फोन रिचार्ज तो करा लेते हैं किंतु नेटवर्क के आभाव में ग्रामीणों को सही नेटवर्क सुबिधा उपलब्ध नहीं हो पा रही देश की टेलिकॉम क्षेत्र की नामी कम्पनियों जिनमें एयरटेल,जियो के साथ ही दूरसंचार विभाग की बी एस एन एल भी उपभोक्ताओं को निराश कर रही है आज जहाँ जमाना 5जी नेटवर्क की तरफ दौड़ रही है वहीं क्षेत्र में नेटवर्क का न आना उपभोक्ताओं को बेहद पीड़ा दायक सिद्ध हो रहा है क्षेत्रवासियों द्वारा जनहित में इस गहराती जा रही समस्या से निराकरण की लगातार मांग की जा रही।
गांव के राहुल गोस्वामी ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी की सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं, किन्तु सही नेटवर्क न आने के चलते उन्हें बात करने के लिए ऊंचे टीलों का सहारा लेना होता है। जब वाइस संचार का यह हाल है तो इंटरनेट स्थिति का आप स्वंम अंदाजा लगा सकते हैं। यह स्थिति बीते कई दिनों से है।
वहीं मनोज कुशवाहा ने बताया कि आज का दौर 4G का है और हमारी सरकारे 5G लॉन्च करने की जुगत में हैं। लेकिन यहां ठीक से 2G नेटवर्क ही नहीं मिल पा रहा, जिससे कहीं न कहीं सरकार की अति महावकांक्षी योजना मिशन डिजिटल इंडिया को भी पलीता लगता हुआ दिख रहा है।
वहीं रामपाल सिंह के द्वारा बताया गया कि आपातकाल स्थिति में प्रियजनों सम्पर्क नहीं हो पाता, जिससे दिक्कतें बढ़ जाती हैं। संबधित अधिकारीजनों को समस्या पर गौर देना चाहिए।.